Wednesday, January 28, 2009

शाश्वत मूल्य

मुझे शाश्वत मूल्यों की तलाश है
धर्म-मोक्ष की धरा पर आज अर्थ काम का प्राबल्य है,
शील-संस्कारों की क्षिति पर आज पनपता चांचल्य है।
अज्ञान के तिमिर में से ,अब खोजना संवित प्रकाश है,
मुझे शाश्वत मूल्यों की तलाश है।
आत्मवंचना का यह क्रम ,अब शिथिल होना चाहिए,
अनेतिकता के तामस तत्वों को,अब विलीन होना चाहिए।
धर्म केतु से सुशोभित,हमारा पुनीत इतिहास है,
मुझे शाश्वत मूल्यों की तलाश है।

Friday, January 16, 2009

तरानो को तरन्नुम की तलाश है,
बागानों को तबस्सुम की तलाश है,
हौसला बुलंद है , लब्जों में,
नौजवानों को दिलेज़ुनूं की तलाश है।
फिक्र किसे है,मादरे वतन की,खामोश
निगाहों को अश्कों की तलाश है।
अरे कायर हुक्मरानों ,माँ का दामन बचाने,
क्या फिरंगिओं की तलाश है.